हजारों की संख्या में ग्रामीणो ने मनाया जतीन्द्र दास जंयती
नारायणपुर ब्यूरो चीफ – कुशल चंद पारख
छोटेडोंगर – 13 सितम्बर को छोटेडोंगर बड़गांव स्थित लघु वनोपज केन्द्र में लगभग 106 गांवों के हजारों ग्रामीणों ने स्वतंत्रता सेनानी जतीन्द्र दास की जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाया। इसमें मढ़ोनार , ओरछा , कन्हारगांव,तुरूसमेटा , बड़गांव, गौवरदण्ड सहित लगभग 106 गांवों के हजारों ग्रामीणों ने बुधवार सुबह से ही मिलों पैदल चलकर छोटेडोंगर पहुंचे जहां स्वतंत्रता सेनानी जतीन्द्र दास की छाया चित्र में पुजा अर्चना कर नाचते गाते हुए धुमधाम से जतीन्द्र दास जंयती मनाई गई। – निर्दोष ग्रामीणों की मांग को लेकर लगाए नारे – बड़गांव लघु वनोपज केन्द्र में जंयती मनाई रहे हजारों की संख्या में ग्रामीणो ने जेल में बंद निर्दोष ग्रामीणों को रिहा करने की मांग को लेकर नारे लगाए गए। ग्रामीणों का कहना है पुलिस द्वारा निर्दोष ग्रामीणों को नक्सलि बनाकर जेल में बंद किया गया है जिन्हें तुरंत रिहा किया जाए।वहीं छोटेडोंगर आमदई माइंस में खनन कर रही जायसवाल निको कंपनी को खनन कार्य बंद कर भगाया जाए ।जल जंगल जमीन में हम आदिवासियों का अधिकार है। हमारी अनुमति के बिना लौह अयस्क खनन किया जा रहा है जिसे बंद किया जाए।
महान स्वतंत्रता सेनानी थे जतिन्द दास
स्वतंत्रता सेनानी की बात करें तो सबसे पहले भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का नाम जुबान पर आता है ।ऐसे ही क्रांतिकारी में एक नाम जतीन्द्र दास भी है जिन्हें उनके साथी जतिन्द दा कहकर पुकारते थे जो जेल में भुख हड़ताल के दौरान शहीद हो गए थे। जतीन्द्र दास बहुत कम उम्र में ही देश के लिए कुर्बान हो गए थे।