10 वर्षों से महतारी एक्सप्रेस में सेवा देने वाले सभी कर्मचारी हो जाएंगे बेरोजगार
नारायणपुर ब्यूरो चीफ : कुशल चंद पारख
दुर्गम क्षेत्र में सेवा दे रहे नारायणपुर के डेढ़ दर्जन कर्मचारी हो जाएंगे बेरोजगार
महतारी एक्सप्रेस में 10 वर्षों से दे रहे कर्मचारी अब बेरोजगार होने की कगार पर आ गए हैं महतारी एक्सप्रेस में कार्यरत एलिस डेविड, धर्मराज नांदे , रुचि देवांगन, प्रेम प्रकाश साहू, मुरलीधर सिन्हा, राकेश बढ़ाई ,भरत सोनकर, भुवन सिन्हा, किरण साहू व अन्य ने बताया छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी जननी सुरक्षा योजना संचालित 102 महतारी एक्सप्रेस का संचालन विगत 10 वर्षों से जीवीके संस्था द्वारा किया जा रहा था, वर्तमान में इसका टेंडर कर ठेका नए कंपनी कैम्प को दे दिया गया जिसमें कैम्प कंपनी द्वारा बहुत ही चौंकाने वाला फैसला दिया गया और विगत 10 वर्षों से 102 महतारी एक्सप्रेस में सेवा दे रहे समस्त अनुभवी कर्मचारियों को निकाल कर नए कर्मचारियों के लिए विज्ञापन जारी कर नए भर्ती ले रहा है जबकि नियोक्ता कंपनी बदलने पर भी कर्मचारी पुराने ही रहते हैं, इसी के विरोध में जिला नारायणपुर के समस्त 102/108 कर्मचारियों ने जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक व जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी , शासन प्रशासन और नियोक्ता कैंप कंपनी से भी निवेदन किया गया कि पुराने सभी कर्मचारियों को यथास्थान कार्य पर रखा जावे एवं इसके बाद और कर्मचारियों की जरूरत पड़ती है तभी नए भर्ती लिया जावे, और अगर कंपनी द्वारा या फैसला वापस नहीं लिया जाता है तो छत्तीसगढ़ के समस्त 102/108 कर्मचारी आपातकालीन उग्र आंदोलन में चले जाएंगे इस बात की सूचना कर्मचारियों ने पहले ही जिला कलेक्टर , पुलिस अधीक्षक व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन देकर कर दिया है।
ज्ञात हो की 108 /102 आपातकालीन चिकित्सा सुविधा है जिसका किसी भी हाल में बंद रहना समाज के लिए सही नहीं है । इन्होंने कोरोना के महामारी के समय भी अपनी जान की परवाह ना करते हुई भी दिन-रात कोरोना पॉजिटिव मरीज को घर से हॉस्पिटल और हुआ ठीक होने पश्चात अस्पताल से घर भी छोड़ फिर भी उनके साथ यह बर्ताव किया जा रहा है जिला नारायणपुर में 102 महतारी एक्सप्रेस में कार्यरत 15 कर्मचारी है वही पूरे राज्य में कर्मचारियों की संख्या 1200 है।